किश्तवाड़ क्लाउड बर्स्ट में बढ़ता जा रहा मौत का आंकड़ा, अब तक 33 शव बरामद, 120 जख्मी, 200 से ज्यादा लापता

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आज गुरुवार को मचैल माता मंदिर के पास कुदरत ने कहर बरपाया. यहां बादल फटने से 33 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 लोगों को अब तक रेस्क्यू किया गया है. ये हादसा हिमालय स्थित माता चंडी के मंदिर की यात्रा के दौरान चिशोती इलाके में हुआ. घटना की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव दल मौके पर भेज दिए गए और बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि चिशोती में हुई घटना काफी ज्यादा जनहानि का कारण बन सकती है, उन्होंने कहा कि प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है और बचाव टीमें मौके पर रवाना कर दी गई हैं. जान गंवाने वालों में CISF के 2 जवान भी शामिल हैं. जबकि 120 लोग घायल हो गए हैं. प्रशासन ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है और घटना से जुड़ी अन्य जानकारी जुटाई जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ की घटना पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के साथ उनकी संवेदनाएं हैं. पीएम मोदी ने बताया कि हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है. राहत-बचाव कार्य जारी हैं, उन्होंने भरोसा दिलाया कि जरूरतमंदों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.
किश्तवाड़ में मौजूदा मौसम की स्थिति और चिशोती में बादल फटने से आई बाढ़ को देखते हुए किश्तवाड़ पुलिस और जिला प्रशासन ने पूरे जिले में कंट्रोल रूम और हेल्प डेस्क एक्टिव कर दिए हैं. सभी सब-डिविजन को हाईअलर्ट पर रखा गया है. आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष पुलिस टीमें तैनात की गई हैं, जो इन स्थितियों पर तुरंत कार्रवाई करेंगी.