नई नवेली बहू प्रेमी संग भागी..परिवार का सामाजिक बहिष्कार, लगाया 50 हजार जुर्माना, भाई की मौत पर भी नहीं आए रिश्तेदार

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक परिवार को सामाजिक बहिष्कार का दंश झेलना पड़ रहा है। इस परिवार का दोष सिर्फ इतना है कि इनके बेटे की नई नवेली दुल्हन किसी दूसरे लड़के के साथ भाग गई है। इसके चलते समाज ने परिवार पर 50 हजार रुपए का दंड लगाया। पीड़ित देवी प्रसाद धीवर ने बताया कि उनके छोटे भाई की शादी एक युवती से हुई थी, जो महज आठ दिन ससुराल में रहने के बाद किसी और के साथ भाग गई। इस घटनाक्रम के बाद दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला सुलझा लिया। लेकिन बिना समाज के पदाधिकारियों को शामिल किए इस निर्णय से समाज के नेता नाराज़ हो गए और पीड़ित परिवार को सामाजिक बहिष्कार की सज़ा सुना दी गई। देवी प्रसाद का आरोप है कि समाज के अध्यक्ष राजेन्द्र धीवर, सचिव पवन धीवर और कोषाध्यक्ष सतीश धीवर ने न केवल उनके परिवार से रोटी-बेटी का रिश्ता तोड़ने का एलान किया, बल्कि समाज के अन्य सदस्यों को भी इनसे संबंध समाप्त करने का निर्देश दे दिया। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि परिवार के बड़े भाई के निधन पर भी कोई समाजजन शोक संवेदना प्रकट करने नहीं आया। यह सामाजिक बहिष्कार अब मानसिक प्रताड़ना में तब्दील हो चुका है, जिससे पूरा परिवार लंबे समय से पीड़ित है।
न्याय की आस में देवी प्रसाद धीवर ने कलेक्टर कार्यालय में आवेदन देकर मामले की शिकायत की है। उन्होंने समाज के पदाधिकारियों पर अन्यायपूर्ण रवैये और सामाजिक कुरीति फैलाने का आरोप लगाया है। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या आज भी समाज में कुरीतियों और परंपराओं के नाम पर लोगों को इस तरह प्रताड़ित करना जायज़ है? एक महिला के फैसले का खामियाज़ा एक निर्दोष परिवार को भुगतना पड़ा, जो अब सामाजिक और मानसिक रूप से बुरी तरह से टूट चुका है।