इंदौर में 24 किन्नरों ने एक साथ पी लिया फिनाइल, मच गई अफरा-तफरी, अस्पताल में कराए गए भर्ती

मध्यप्रदेश : इंदौर में किन्नरों के आपसी विवाद ने भयावह रूप ले लिया. नंदलालपुरा इलाके में एक गुट के लगभग 24 किन्नरों ने एक बंद कमरे में सामूहिक रूप से फिनाइल पी लिया. शहर के पंढरीनाथ थाना इलाके के नंदलालपुरा इलाके में उस समय हड़कंप मच गया जब फिनाइल पीने की सूचना पुलिस को मिली. सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे, कमरे का दरवाजा खुलवाया और एंबुलेंस सहित पुलिस वाहनों के जरिए सभी किन्नरों को एमवाय अस्पताल पहुंचाया. चार ने की आत्मदाह की कोशिश, दो आईसीयू में भर्ती है
एमवाय अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सभी 24 मरीजों की हालत अब खतरे से बाहर है और उनका उपचार जारी है. समय रहते मेडिकल सहायता मिलने से बड़ी अनहोनी टल गई.
किन्नरों के इस विवाद की पृष्ठभूमि काफी लंबी है, जिसके कारण यह सामूहिक कदम उठाया गया. नंदलालपुरा क्षेत्र में किन्नरों के गुटों के बीच कई दिनों से आपसी विवाद चला आ रहा है। हाल ही में इसी विवाद में दो मीडियाकर्मियों का एक किन्नर के साथ कुकर्म करने का मामला भी तूल पकड़ चुका था. इस विवाद के कारण पूर्व में भी एसआईटी (SIT) गठित की गई थी, लेकिन एक बड़े अफसर का तबादला होते ही एसआईटी भी निष्क्रिय हो गई थी.
जानकारी के मुताबिक़ किन्नरों के दो गुटों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। यह विवाद गादी और संपत्ति को लेकर है। एक पक्ष सीमा गुरु से जुड़ा है, जबकि दूसरा पायल गुरु का समर्थक बताया जाता है। इस विवाद को सुलझाने के लिए कुछ महीने पहले पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने एसआईटी गठित की थी, लेकिन तीन महीने गुजर जाने के बाद भी टीम किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई। पहले इस जांच की जिम्मेदारी डीसीपी ऋषिकेश मीणा के पास थी, पर उनके ट्रांसफर के बाद जांच ठंडी पड़ गई। कुछ दिन पहले भी दोनों गुटों में कहासुनी के बाद अन्नपूर्णा थाने का घेराव किया गया था। इसी बीच नंदलालपुरा क्षेत्र की एक किन्नर ने कथित दो लोग पर रेप और धमकी देने का केस दर्ज कराया था।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच में जुटी है और संबंधित सभी पक्षों से पूछताछ की जा रही है.