सोनम और राजा के लिए उज्जैन में कराई गई थी तंत्र-क्रिया, दोनों के कपड़े-फोटो शिप्रा नदी में बहाए

इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक नई जानकारी सामने आई है राजा के परिवार ने मेघालय में लापता बेटे और बहू की सलामती के लिए 28 मई को उज्जैन में तांत्रिक अनुष्ठान करवाया था, लेकिन पांचवें दिन 2 जून को राजा का शव मेघालय के सोहरा में एक खाई में मिला. इस अनुष्ठान में राजा और सोनम के कपड़े और फोटो शिप्रा नदी में बहाए गए थे, लेकिन यह अनुष्ठान राजा की जान नहीं बचा सका. राजा के परिवार ने बताया कि 28 मई को वे उज्जैन पहुंचे और वहां के महंत रामेश्वर दास से तांत्रिक अनुष्ठान करवाया. अनुष्ठान के लिए परिवार ने सोनम और राजा की एक-एक फोटो और उनके कपड़े दिए. महंत ने गाय के गोबर से लेपे हुए मंत्र को राजा और सोनम के कपड़े में लपेटकर रखा. अनुष्ठान पूरा होने के बाद राजा और सोनम के कपड़े और फोटो शिप्रा नदी में बहा दिए गए.परिवार को उम्मीद थी कि यह अनुष्ठान दोनों की सकुशल लौटा लाएगा, लेकिन 2 जून को राजा की हत्या की खबर ने उन्हें झकझोर दिया. मेघालय पुलिस के ‘ऑपरेशन हनीमून’ में पता चला कि सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी राज कुशवाह की मदद से तीन सुपारी किलर्स आकाश राजपूत, विशाल उर्फ विक्की ठाकुर और आनंद कुर्मी के साथ मिलकर 23 मई को सोहरा के जंगल में राजा की हत्या कर दी.

कामाख्या मंदिर के दर्शन के बहाने सोनम अपने पति राजा को गुवाहाटी और फिर ट्रेकिंग के लिए मेघालय ले गई. पुलिस को 42 सीसीटीवी फुटेज, खून से सनी जैकेट, सोनम का रेनकोट और हत्या का हथियार मिला. सोनम ने 9 जून को गाजीपुर में सरेंडर किया और हत्या में शामिल होने की बात कबूल की. राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने कहा, ”हमने सोनम और राजा की सलामती के लिए तांत्रिक अनुष्ठान करवाया, लेकिन सोनम ने धोखा दिया.”

सोनम के भाई गोविंद ने अपनी बहन को फांसी की सजा की मांग की और राजा के परिवार के साथ न्याय की लड़ाई में शामिल होने का वादा किया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *